सिविल इंजीनियरिंग नहीं आई रास, शुरू किया अपना व्यवसाय

आज के युवा किसी के अंडर में नौकरी करने से ज्यादा अपना व्यवसाय शुरू करने में दिलचस्पी ले रहे हैं। राजनगर निवासी राहुल की भी कुछ इसी तरह की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सिविल इंजीनियर के तौर पर अपने करिअर की शुरुआत करने वाले राहुल अब अपने स्टार्टअप पर काम कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए पेपर प्रोडक्ट को चुना और ट्रेडिंग से शुरुआत की। इसके बाद मेरठ रोड पर जल्द ही राहुल चौहान अपनी मेन्युफेक्चरिंग यूनिट शुरू करने वाले हैं।
राहुल चौहान के पिता पीएन चौहान एकाउंट्स मैनेजर हैं। अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद राहुल ने नोएडा के एक कॉलेज से वर्ष 2017 में बीटेक किया। सिविल इंजीनियर के तौर पर अपने भविष्य की शुरुआत करने वाले राहुल चौहान ने महज छह महीने में इसे छोड़ दिया। उन्होंने दिल्ली में एक कंपनी में जूनियर सिविल इंजीनियरिंग के तौर पर काम शुरू किया। राहुल ने बताया कि इंटरमीडिएट के दौरान ही अपना काम शुरू करने का इरादा था। सिविल इंजीनियर बनने पर भी मन में अपना कुछ काम शुरू करने की योजना थी लेकिन इस सेक्टर में मंदी होने से बात नहीं बनी।
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प्रोडक्ट को लेकर छाना बाजार
राहुल ने बताया कि नौकरी छोड़ने के बाद अपना काम शुरू करने के लिए बाजार की रिसर्च की। इसके लिए सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो देखे। बाद में पेपर से बनने वाले उत्पाद गिलास, टिश्यू पेपर सहित अन्य की मेन्यूफेक्चरिंग शुरू करने की योजना बनाई लेकिन इससे पहले बाजार को अच्छी तरह से समझने के लिए ट्रेडिंग शुरू की। इसमें दोस्तों का भी सहयोग मिला और शहर से ऑर्डर भी मिलने लगे।
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मेरठ रोड पर खरीदी जमीन
अपनी यूनिट के लिए राहुल चौधरी ने मेरठ रोड में एक जमीन खरीदी है। मशीनों के लिए उन्होंने सरकार की योजनाओं में लोन के लिए आवेदन भी किया है। लगभग सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगले महीने से वह अपनी यूनिट को शुरू करेंगे।